यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत
जन्मांध – सूरदास, अंधा, आँधरा, नेत्रहीन।
पगड़ी – पगिया, मुरैठा, साफा, प्रतिष्ठा, मान -मर्यादा, भेंट, उपहार।
याचिका – प्रार्थना -पत्र, आवेदन -पत्र, अभ्यर्थना -पत्र।
पत्थर – पाषाण पाहन, उपल, अश्म, शिला, प्रस्तर।
कली – कलिका, मुकुल, कुडमल, डोंडी, गुंचा, कोरक।
शर्म – लाज, लज्जा, हया, संकोची, शर्मिन्दगी।
ओला – हिमगुलिका, उपल, तुहिन, जलमूर्तिका, हिमोपल।
विधाता – ब्रह्मा, विधि, सृष्टिकर्त्ता।
विलोम शब्द को विलोमार्थक शब्द, प्रतिलोमार्थक शब्द, विरुद्धार्थी शब्द, विपर्यायवाची शब्द, विपरीतार्थक शब्द भी कहा जाता हैं। यदि आप सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।
खतरनाक – संकटजनक, भयावह, जोखिम का, डरावना, खौफनाक, भयानक, आशंकाप्रद।
ठिठुरना – शीत लगना, काँपना, थरथराना, सिकुड़ना।
छाया – छाँह, website छाँव, परछाई, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, साया, प्रतिच्छाया।
नीरज – कमल, इंदीवर, पंकज, नलिन, अरविंद, राजीव
Comments on “Not known Factual Statements About madhur ka paryayvachi shabd”